
" जाओ तुम सब सो जाओ, .....मैं हूँ यहाँ इसके पास " प्रियंका ने रीमा का हाथ पकड़ के उसको सांतवना दी " नहीं हम सब हैं यहाँ ,...... रीमा डरने की कोई बात नहीं है " वरुण ने आगे कदम बढ़ाते हुए कहा ," नहीं वरुण मैं हूँ यहाँ,.... तुम लोग जाओ " प्रियंका ने ज़ोर डालते हुए दोहराया | " ठीक है, हम जा रहे है .......कोई ज़रूरत पड़े तो आवाज़ ज़रूर दे देना " वरुण ने हलकी मुस्कान के साथ जाने का इशारा किया " चलो सब ..... " वरुण ने सबको दरवाज़े की ओर रुख़ करने का इशारा किया |


" यार!!... इसको हुआ क्या है?! दो दिन हुए हमें आये हुए यहाँ , और कल भी यही हुआ था .......कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं " ,वरुण ने चिंतित स्वर में कहा , " अरे नहीं ये इसके हमेशा के नाटक है , तुम लोगो को नहीं पता " स्वाति ने मुँह बनाते हुए कहा . " नाटक? कैसा नाटक? स्वाति...तुमने उसकी हालत भी देखी थी...!!....कितनी बुरी तरह डरी हुई थी वो...... वो सच कह रही है मुझे विश्वास है " " हाँ यार..... मुझे भी लगता है रीमा सच कह रही थी , पर पूरी बात समझ नई आई .....," राहुल ने सोचते हुए कहा |